Pahadi साबुन : आजकल हम सभी नहाते समय या कपड़े धोते समय साबुन का इस्तेमाल करते हैं । क्या आप जानते हो आज से क़रीब 200 साल पहले साबुन नाम की कोई चीज़ ही नहीं थी, उस वक्त लोग साबुन की जगह क्या इस्तेमाल करते थे ?
Pahadi SOAP : कैसे बनाया जाता है ?
चलिए हम आपको मुखारे/ रेठो /रीठाले/रीठडे के बारे में बताते हैं । ये सिर्फ पहाड़ी राज्यों (हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू & कश्मीर) में ही पाए जाते हैं।पर बड़े दुःख की बात है आजकल हर साल हिमाचल के पहाड़ों में आग की वजह से जंगलों में पनप ही नहीं पाते हैं। वैसे ये पेड़ पर लगते हैं जो दिखने में बेरी जैसे होते हैं। इनका छिलका अलग करके उनका पेस्ट बनाया जाता है |
फिर उसे पानी में मिलाने से झाग बन जाते हैं और बाद में तरल को ख़ाली बॉटल में भरकर शैम्पू की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है । पहले यह हिमाचल प्रदेश में हर घर में पाया जाता था । आज भी कहीं कहीं लोग इसी पहाड़ी साबुन का प्रयोग करते हैं । आप नीचे इंस्टा रील में पहाड़ी साबुन के बनाने की विधि देख सकते हैं ।
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Pahadi SOAP : पहाड़ी साबुन के 5 फायदे ?
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Natural ingredients – Natural antibacterial properties ये प्राकृतिक सामग्री से बने होते हैं और इनमे एंटीबैक्टीरियल गन होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होते हैं।
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Soap scent-Handmade with love – इनकी खुशबू बड़ी बेमिसाल होती हैं और ये बड़े प्यार से पहाड़ के भोले भले लोगों द्वारा हाथ से बनाये जाते हैं।
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Environmentally friendly – इनका पर्यावरण को भी कोई नुक्सान नहीं होता है।
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Pet friendly -No animal testing- आम तौर पर आजकल घरों में इस्तेमाल होने वाले साबुन केमिकल से बनाये जाते हैं और सबसे पहले उनकी बेजुबान जानवरों पर कई कई बार इस्तेमाल करके टेस्टिंग की जाती है। पर आर्गेनिक PAHADI साबुन को सीधे इंसान पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
- Gentle on skin- Organic soaps are healthier – ये स्किन के लिए बहुत ही मुलायम होते हैं।
इसके इस्तेमाल करने का मतलब है की आप छोटे MSME उद्योग जो कि ज्यादातर ग्रामीण चलाते हैं , उनको आप आत्मनिर्भर बनने के लिए मदद कर रहे हो।
Herbal soap कहाँ से ख़रीदें ?
अगर आपको पहाड़ी हर्बल साबुन खरीदना है तो आप इसे ऑनलाइन e-commerce वेबसाइट जैसे कि amazon और फ्लिपकार्ट पर आसानी से घर बैठे आर्डर कर सकते हैं।
आप हमारी वेबसाइट (हिमाचल ब्लॉग्स ) पर ट्रेवल ब्लॉग पेज पर जाकर और भी हिमाचल के ब्लॉग्स पढ़ सकते हैं।