मनाली में घूमने की जगहें

मनाली में घूमने की जगहें: हिमाचल प्रदेश में घूमने की 25 सर्वश्रेष्ठ जगहें और ठहरने के विकल्प

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मनाली यात्रा एक अद्भुत अनुभव है जो हर यात्रा प्रेमी के दिल को छू लेती है। हिमाचल प्रदेश के बर्फीले पहाड़ों और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर, मनाली एक ऐसी जगह है जहाँ आप साहसिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं, जैसे ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग और स्कीइंग। यहाँ की ताजगी भरी हवा और अद्वितीय संस्कृति आपको एक नई ऊर्जा से भर देती है। इस ब्लॉग में हम मनाली यात्रा के दौरान घूमने के 25 अद्भुत स्थलों के बारे में जानेंगे, जो आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बना देंगे।

मनाली में घूमने की जगहें: हिमाचल प्रदेश की 25 सर्वश्रेष्ठ स्थलों और ठहरने के विकल्पों की जानकारी

1. हिडिम्बा देवी मंदिर

यह प्राचीन मंदिर महाभारत की हिडिम्बा देवी को समर्पित है। देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित यह मंदिर अपनी लकड़ी की नक्काशी और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचे: मनाली के मुख्य बस स्टैंड से केवल 1.5 किमी की दूरी पर है, जिसे पैदल या ऑटो रिक्शा से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
कहाँ ठहरें: पास के मनाली रिज़ॉर्ट्स या होटलों में रुक सकते हैं।


2. सोलांग वैली

सोलांग वैली रोमांच प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। यहाँ आप पैराग्लाइडिंग, ज़ोरबिंग, और स्कीइंग का आनंद ले सकते हैं। सर्दियों में यह पूरी घाटी बर्फ से ढकी रहती है, जो इसे और भी आकर्षक बनाती है।
कैसे पहुंचे: मनाली से 14 किमी दूर है, जहाँ टैक्सी या बस से जाया जा सकता है।
कहाँ ठहरें: सोलांग वैली के पास कई छोटे गेस्ट हाउस और लक्ज़री होटेल उपलब्ध हैं।


3. रोहतांग पास

समुद्र तल से 3,978 मीटर की ऊँचाई पर स्थित रोहतांग पास मनाली का सबसे प्रमुख आकर्षण है। यह पास अद्भुत प्राकृतिक दृश्य और बर्फ से ढकी पहाड़ियों का अनुभव देता है।
कैसे पहुंचे: मनाली से 51 किमी की दूरी पर है। टैक्सी या बाइक से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
कहाँ ठहरें: रोहतांग के पास कोई ठहरने की सुविधा नहीं है, इसलिए आप मनाली वापस आकर ठहर सकते हैं।


4. मनु मंदिर

यह मंदिर ऋषि मनु को समर्पित है, जिन्हें मानव जाति का निर्माता माना जाता है। यह मंदिर अपने धार्मिक महत्व और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है।
कैसे पहुंचे: मनाली के पुराने शहर में स्थित है और बस स्टैंड से 3 किमी की दूरी पर है।
कहाँ ठहरें: पास के गेस्ट हाउस और होटेल्स में ठहर सकते हैं।


5. जोगिनी वाटरफॉल

जोगिनी झरना एक सुंदर ट्रेकिंग स्थल है जो प्राकृतिक खूबसूरती से भरा हुआ है। यहाँ का शांत माहौल और गिरता हुआ झरना आपको तरोताज़ा कर देगा।
कैसे पहुंचे: वशिष्ठ मंदिर से 2 किमी की ट्रेकिंग करके यहाँ पहुँचा जा सकता है।
कहाँ ठहरें: वशिष्ठ गांव में छोटे गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं।


6. वशिष्ठ हॉट स्प्रिंग्स

वशिष्ठ गांव में स्थित गर्म पानी के कुंड, जिनमें डुबकी लगाकर आप अपनी थकान मिटा सकते हैं। यहाँ का पानी औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है।
कैसे पहुंचे: मनाली से 3 किमी की दूरी पर स्थित है, जहाँ टैक्सी या ऑटो रिक्शा से पहुँच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: वशिष्ठ गांव में छोटे होटेल्स उपलब्ध हैं।


7. ओल्ड मनाली

ओल्ड मनाली का आकर्षक गाँव, अपने कैफे, संकीर्ण गलियों और शांतिपूर्ण माहौल के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आप हिमालय की गोद में कुछ समय बिताकर सुकून पा सकते हैं।
कैसे पहुंचे: मनाली से 3 किमी की दूरी पर स्थित है।
कहाँ ठहरें: ओल्ड मनाली में कई अच्छे होमस्टे और कैफे उपलब्ध हैं।


8. नेहरू कुंड

यह एक प्राकृतिक जल कुंड है, जो पानी के शुद्ध स्त्रोत के लिए प्रसिद्ध है। नेहरू कुंड का नाम पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर पड़ा, जो यहाँ पानी पीने आते थे।
कैसे पहुंचे: मनाली से 6 किमी दूर लेह-मनाली मार्ग पर स्थित है।
कहाँ ठहरें: पास के होटलों में ठहरने की सुविधा है।


9. राहला वाटरफॉल

राहला वाटरफॉल एक अद्भुत प्राकृतिक स्थल है, जो मनाली से रोहतांग जाने के रास्ते पर पड़ता है। यहाँ का ठंडा पानी और हरियाली आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
कैसे पहुंचे: मनाली से 29 किमी की दूरी पर स्थित है।
कहाँ ठहरें: मनाली वापस आकर होटलों में ठहर सकते हैं।

मनाली की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय
मनाली की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय

10. ब्यास नदी

ब्यास नदी के किनारे पर बैठकर आप शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं। यहाँ राफ्टिंग करने का भी विकल्प उपलब्ध है।
कैसे पहुंचे: मनाली में आसानी से पहुँच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: नदी के किनारे कई रिजॉर्ट्स उपलब्ध हैं।


11. अंजनी महादेव मंदिर

यह मंदिर एक ऊँचाई पर स्थित है और यहाँ का प्रमुख आकर्षण है बर्फ का शिवलिंग, जो हर साल सर्दियों में बनता है।
कैसे पहुंचे: सोलांग वैली से 2 किमी की ट्रेकिंग के बाद पहुंच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: सोलांग वैली में ठहर सकते हैं।


12. ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क

यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित यह पार्क वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श है। यहाँ कई दुर्लभ प्रजातियों के जानवर और पक्षी पाए जाते हैं।
कैसे पहुंचे: मनाली से करीब 60 किमी की दूरी पर है।
कहाँ ठहरें: पार्क के आसपास छोटे होटेल्स और कैम्पिंग साइट्स उपलब्ध हैं।


13. पांडुropa

पांडुropa एक छोटा गाँव है, जहाँ के खेत और दृश्य बेहद आकर्षक हैं। यह गाँव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचे: मनाली से टैक्सी या बस द्वारा पहुँच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: मनाली के होटलों में ठहर सकते हैं।


14. बाबा पास

यह मनाली से आगे स्थित एक ट्रेकिंग स्थल है, जहाँ तक पहुंचने में थोड़ी कठिनाई हो सकती है लेकिन रास्ते के नज़ारे इसे खास बनाते हैं।
कैसे पहुंचे: मनाली से 50 किमी दूर है।
कहाँ ठहरें: ट्रेकिंग कैंप साइट्स पर ठहर सकते हैं।


15. मनाली गोम्पा

यह बौद्ध मठ मनाली के बीचों बीच स्थित है और यहाँ की अद्भुत वास्तुकला इसे खास बनाती है।
कैसे पहुंचे: मनाली के मुख्य बाजार से कुछ ही कदमों की दूरी पर।
कहाँ ठहरें: पास के होटेल्स और लॉज।


16. हमटा पास ट्रेक

यह ट्रेक रोमांच प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यहाँ से आपको हिमालय की अद्भुत सुंदरता देखने को मिलेगी।
कैसे पहुंचे: मनाली से ट्रेकिंग द्वारा पहुँच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: कैंपिंग साइट्स पर ठहर सकते हैं।


17. चंद्रताल झील

यह झील अपनी अद्भुत नीली पानी की वजह से जानी जाती है। यहाँ का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला है।
कैसे पहुंचे: कुंजुम पास से ट्रेक करके पहुंच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: ट्रेकिंग कैंप साइट्स पर ठहर सकते हैं।


18. वन विहार

यह एक छोटा पार्क है जहाँ आप पेडल बोटिंग का मजा ले सकते हैं। परिवार के साथ समय बिताने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
कैसे पहुंचे: मनाली बस स्टैंड से 1 किमी की दूरी पर है।
कहाँ ठहरें: मनाली के होटलों में ठहर सकते हैं।


19. तिब्बतन मॉनेस्ट्री

यह बौद्ध मॉनेस्ट्री मनाली में स्थित है और यहाँ की शांति और वास्तुकला देखने योग्य है।
कैसे पहुंचे: मनाली के मुख्य बाजार के पास स्थित है।
कहाँ ठहरें: पास के होटलों में ठहर सकते हैं।


20. नग्गर कैसल

यह किला मनाली से कुछ दूरी पर स्थित है और यहाँ से कंचनजंगा के अद्भुत दृश्य देखने को मिलते हैं।
कैसे पहुंचे: मनाली से 21 किमी दूर नग्गर गाँव में स्थित है।
कहाँ ठहरें: नग्गर में कई गेस्ट हाउस और होटेल्स उपलब्ध हैं।

मनाली
Manali Market Image

21. कुठार किला

यह प्राचीन किला हिमाचल के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यहाँ से हिमालय का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है।
कैसे पहुंचे: मनाली से करीब 40 किमी दूर।
कहाँ ठहरें: मनाली के पास ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।


22. कालका-शिमला रेल

कालका-शिमला रेल यात्रा यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। यह टॉय ट्रेन हिमालय की गोद में 96 किमी लंबी यात्रा करती है और अद्भुत दृश्य प्रदान करती है। रास्ते में आपको पहाड़ों के बीच से गुजरते हुए हरे-भरे जंगल, गहरी घाटियाँ, और कई सुरंगें देखने को मिलेंगी।
कैसे पहुंचे: कालका रेलवे स्टेशन से इस टॉय ट्रेन में बैठ सकते हैं। कालका तक ट्रेन या सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
कहाँ ठहरें: शिमला में कई होटलों और रिजॉर्ट्स में ठहरने की व्यवस्था है।


23. बीजली महादेव मंदिर

यह मंदिर कुल्लू घाटी में स्थित है और शिव भगवान को समर्पित है। यह मंदिर अपनी अद्भुत लोकेशन और ऊँचाई पर होने के कारण यहां से पूरे कुल्लू और पार्वती घाटी का दृश्य देखने को मिलता है। मंदिर के बारे में यह मान्यता है कि यहाँ बिजली गिरने से शिवलिंग बार-बार टूटता है और पुजारी उसे मक्खन से जोड़ते हैं।
कैसे पहुंचे: कुल्लू से 20 किमी की दूरी पर है और यहां तक ट्रेकिंग द्वारा पहुंच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: कुल्लू में कई ठहरने की जगहें उपलब्ध हैं।


24. खीरगंगा ट्रेक

पार्वती घाटी में स्थित खीरगंगा ट्रेक रोमांच प्रेमियों के लिए बेहतरीन विकल्प है। ट्रेक के अंत में आपको प्राकृतिक गर्म पानी के झरने में स्नान करने का अनुभव मिलेगा, जो आपकी थकान मिटा देगा। यहां का हरियाली भरा वातावरण और पहाड़ों का दृश्य ट्रेक को यादगार बना देता है।
कैसे पहुंचे: कसोल से 12 किमी की ट्रेकिंग के बाद खीरगंगा पहुँच सकते हैं। कसोल तक टैक्सी या बस द्वारा पहुँचा जा सकता है।
कहाँ ठहरें: खीरगंगा में ट्रेकिंग कैंप साइट्स उपलब्ध हैं या कसोल में ठहर सकते हैं।


25. पाराशर झील

पाराशर झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। इस झील के किनारे पाराशर ऋषि का मंदिर भी है, जो लकड़ी की अद्भुत वास्तुकला का उदाहरण है। झील के बीच में एक तैरता हुआ टापू भी है, जो इसे और खास बनाता है।
कैसे पहुंचे: मंडी से 49 किमी दूर स्थित है। आप टैक्सी या बस के माध्यम से पाराशर झील तक पहुंच सकते हैं।
कहाँ ठहरें: पाराशर झील के पास कैंपिंग साइट्स उपलब्ध हैं, और मंडी में कई होटेल्स में ठहरने की व्यवस्था है।

मनाली तक पहुँचने के कई साधन हैं:

  1. हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा भुंतर है, जो मनाली से 50 किमी दूर स्थित है। यहाँ से टैक्सी या बस द्वारा मनाली पहुँचा जा सकता है।
  2. सड़क मार्ग: दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला से मनाली तक नियमित बसें चलती हैं। आप अपनी निजी गाड़ी से भी मनाली की यात्रा कर सकते हैं।
  3. रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर (करीब 165 किमी दूर) है, जहाँ से बस या टैक्सी के माध्यम से मनाली पहुंच सकते हैं।

ठहरने की जानकारी

मनाली में हर प्रकार के पर्यटकों के लिए ठहरने के अनेक विकल्प उपलब्ध हैं। आप यहाँ लक्ज़री रिज़ॉर्ट्स से लेकर बजट होटेल्स और होमस्टे तक का चुनाव कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय ठहरने की जगहों में शामिल हैं:

  • सोलांग वैली रिज़ॉर्ट
  • माउंटेन व्यू होटल
  • ओल्ड मनाली में होमस्टे
  • वशिष्ठ में गेस्ट हाउस

मनाली और इसके आसपास के क्षेत्रों में मौजूद ये 25 अद्वितीय स्थान केवल पर्यटन स्थल नहीं हैं, बल्कि हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के प्रतीक हैं। बर्फ से ढके पहाड़, घने देवदार के जंगल, साफ-सुथरी नदियाँ, प्राचीन मंदिर, रोमांचक ट्रेकिंग मार्ग, और शांत झीलें इस क्षेत्र को हर प्रकृति प्रेमी और रोमांचकारी यात्री के लिए स्वर्ग बनाते हैं।

चाहे आप मनाली के अद्भुत व्यू पॉइंट्स में खो जाना चाहते हों या वहाँ के पारंपरिक हस्तशिल्प और व्यंजनों का आनंद लेना चाहें, यहाँ हर कदम पर कुछ नया और अनोखा अनुभव मिलेगा। रोमांच से लेकर आध्यात्मिकता तक, हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। मनाली की यात्रा में आप न केवल एक ट्रिप पर निकलते हैं, बल्कि एक ऐसे सफर पर भी निकलते हैं जो जीवन भर यादों में बसा रहता है। यहाँ के अनुभव आपको प्रकृति के करीब ले आते हैं और आपको मानसिक शांति प्रदान करते हैं।

साथ ही, यात्रा की सही योजना बनाना भी महत्वपूर्ण है। चाहे आप प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेना चाहते हों या ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा, सही जानकारी और ठहरने के विकल्पों के साथ आपकी मनाली यात्रा अविस्मरणीय होगी। अब समय है कि आप अपनी अगली यात्रा की योजना बनाएं और हिमालय की अद्भुत गोद में खो जाएं।

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